गाजीपुर/बलिया। *अपनों की महफिल में वादा-ए-वस्ल तुमने किया, दिन गुजरे थे बड़ी मुश्किल से, अब निभा भी दिया…।* यह लाइनें सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सटीक बैठती हैं। एशिया के सबसे बड़े गांव *गहमर* में पंचायत चुनाव के पहले आए सीएम ने लोगों से वादा किया था कि वह बहुत जल्द इस गांव में दोबारा आएंगे। उस वादे को पूरा करने शुक्रवार को प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत के मुखिया का आगमन शुक्रवार को हुआ। उनके आगमन को लेकर सैनिकों के गांव में काफी उल्लास देखा गया। गांव के कोने-कोने में योगी-मोदी के नारे लगते दिखाई दिए।

मुख्यमंत्री पूर्वांह्न ९.३० बजे वाराणसी से गाजीपुर पहुंंचेंगे। उनका उडऩखटोला सैनिकों के गांव गहमर अंतर्गत राम-रहीम महाविद्यालय (खेल ग्राउंड) के परिसर में उतरेगा। वहां से कुछ दूरी पर स्थित गहमर इंटर कालेज में आयोजित कायक्रम में हिस्सा लेंगे। सीएम बाढ़ प्रभावित 125 लोगों को राहत सामग्री वितरीत करेंगे। 25 किलो की खाद्य सामग्री के साथ पीडि़तों को एक आवश्यक सामग्री कीट भी मुहैया कराया जाएगा।

कार्यक्रम स्थल पर ही योगी आदित्यनाथ कोर कमेटी की बैठक लेंगे, संगठन के लोग शामिल होंंगे। इसमें मुखय रूप से विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, किसान मोर्चा तथा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोग शामिल होंगे। खास बात यह रही की मुख्यमंत्री इस गांव में दोबारा आए और अपने वादे को पूरा किया।
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*सीएम से लोगों की मांगें…*
-सैनिकों के सम्मान में गहमर रेलवे स्टेशन से होकर गुजरने वाली १९ जोड़ी ट्रेनों के ठहराव के लिए सीएम को पत्रक देंगे।
-एशिया के सबसे बड़े गांव में पुन: भर्ती प्रक्रिया को बहाल करने की मांग।
-बेरोजगारी को दूर करने के लिए स्वरोजगार को बढ़ावा देने की मांग।
-सैनिकों के गांव में स्थित कन्या प्राइमरी पाठशाला में चाहरदीवारी की समस्या का समाधान निकालने की मांग।
-गाजीपुर को गांधीपुरी, जमानिया को जमदग्रिपुरी और मुहम्मदाबाद को धारानगर किए जाने की मांग।