प्रधानाचार्य ने दी तहरीर, मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई शुरू
पेपर हल कराने वाले नकल माफिया ने 15 लाख में तय किया था सौदा
वाराणसी। एसटीएफ की टीम ने विद्यालय प्रशासन की मिलीभगत से हाथ में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेकर लेखपाल भर्ती परीक्षा दे रहे एक युवक को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। नकल कराए जाने की सूचना पहले ही एसटीएफ को मिल चुकी थी। एसटीएफ ने नकल में कालेज के प्रधानाचार्य के भी संलिप्त होने की तरफ इशारा किया है। विद्यालय के सहयोग से कान और हाथ में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेकर परीक्षा दे रहे पुष्पेंद्र कुमार नामक परीक्षार्थी को धर दबोचा गया। इस दौरान टीम को आरोपित के पास से पर्याप्त साक्ष्य भी मिले हैं। एसटीएफ की पूछताछ में रामघर करैत जनपद चुनार के निवासी पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम के सरगना प्रयागराज निवासी विजयकांत पटेल हैं, जो कि आतमपुर थाना बहरिया प्रयागराज का निवासी है। उनसे पुष्पेंद्र की मुलाकात 30 जुलाई प्रयागराज के फूलपुर में हुई थी, जहां विजयकांत ने 10 हजार रुपये लेकर पुष्पेंद्र को दो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस देते हुए बताया कि एक डिवाइस कान में लगानी है और दूसरे डिवाइस में सिम कार्ड लगाकर अपने हाथों में कार्बन के साथ बांध लेनी है। कार्बन के चलते मेटल डिटेक्टर से भी यह डिवाइस पकड़ी नहीं जाएगी। इसके साथ ही मुख्य सरगना विजयकांत द्वारा परीक्षार्थी पुष्पेंद्र को बताया गया कि परीक्षा हाल में कुल चार सीरीज के कोड के हिसाब से बातचीत होगी जिसमें ए का मतलब एप्पल, बी का मतलब ब्वाय, सी का मतलब कैट तथा डी का मतलब डॉग आपको केवल जिस सीरीज का उत्तर पूछा जा रहा है अगर वह सही हो तो केवल खांस कर के संकेत देना है। इस तरीके को उजागर करने के बाद प्रशासन की ओर से विधिक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। बताया कि जल्द ही इस मामले से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी होगी।
साथ ही पकड़े गए परीक्षार्थी ने बताया कि मुख्य सरगना द्वारा यह तय हुआ था कि जब आपकी नौकरी लग जाएगी तो 10 से 15 लाख रुपए तक की रकम देनी पड़ेगी। इन सारे मामलों में उदय प्रताप इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य रमेश कुमार सिंह की ओर से शिवपुर थाने पर तहरीर दी जा रही है। तहरीर के आधार पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी।