कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के संघ भवन में हुई अधिवक्ताओं की आपात बैठक
बलिया। बैरिया तहसीलदार के निलंबन व मुकदमा दर्ज करने को लेकर राजस्व न्यायालयों से जुड़े जनपद के सभी अधिवक्ता तीन दिन तक कार्य से विरत रहेंगे। यह निर्णय बैरिया के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेमचंद श्रीवास्तव को पीटने और जमीन पर गिराने को लेकर सोमवार को हुई आपात बैठक में लिया गया। कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के संघ भवन में सर्वसम्मति से इस निर्णय पर सहमति जताई गई।
बता दें कि कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन बलिया की एक आपात बैठक अधिवक्ता संघ भवन में बार के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश दुबे की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें बैरिया के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेमचंद श्रीवास्तव के साथ मारपीट व दुर्व्यवहार करने की घोर निंदा की गई। अधिवक्ताओं ने कहा कि समाधान दिवस में वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेमचंद श्रीवास्तव अपनी समस्या लेकर तहसीलदार के पास पहुंचे थे। उनका आवेदन देखते ही तहसीलदार भड़क उठे और कालर पकड़कर अनाप-शनाप बोलते हुए उन्हें मारने -पीटने लगे तथा जमीन पर गिरा दिया। यह देख आस-पास मौजूद सरकारी कर्मचारियों ने बीच-बचाव कर किसी तरह मामले कशांतकिया।
बैठक में जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश दुबे ने कहा कि बैरिया तहसीलदार द्वारा किया गया कृत्य अशोभनीय और निंदनीय है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। एक राजपत्रित अधिकारी द्वारा ऐसा कृत्य करना न्याय प्रक्रिया पर कलंक है। इससे पूरे जनपद के अधिवक्ता आहत हैं।
अंत में निर्णय लिया गया कि जब तक बैरिया तहसीलदार को निलंबित कर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं की जाती, तबतक समस्त राजस्व न्यायालय के अधिवक्तागण कार्य से विरत रहेंगे। फिलहाल अधिवक्ताओं ने 18 से 23 जुलाई तक अपने कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया है। साथ ही इसकी सूचना सभी तहसील बार एसोसिएशन, सिविल बार एसोसिएशन, जूनियर बार एसोसिएशन, क्रिमिनल बार एसोसिएशन को भेज दी गई है। बैठक में कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के महामंत्री रमाकांत यादव सहित विभिन्न बारों के वरिष्ठ अधिवक्ता मौजूद रहे।