मालखाने से गायब बैग का नहीं मिला सुराग
बलिया। शहर कोतवाली के मालखाने से गायब बैग के मामले में पीड़ित सचिन गुप्ता ने दावा किया कि वह बैग मेरा है। बैग में 15000 रुपये तथा एक कीमती मोबाइल है। कोतवाली पुलिस का कहना है कि मालखाने से कोई बैग गायब नहीं हुआ है। मालखाने में रखा बैग लड़की की मां को दे दिया गया है। यह मामला जब एसपी के पास पहुंचा, तो पुलिस अधीक्षक राजकरन नैय्यर ने मामले की जांच व कार्रवाई के लिए एएसपी को निर्देश दिया। एएसपी ने शहर कोतवाल को निर्देश दिया कि मोबाइल के ईएमआई नंबर से पता किया जाए, आखिर बैग कहां है ? पीड़ित सचिन गुप्ता ने बताया कि पुलिस झूठा बयान दे रही है।
बता दें कि शहर के एक मुहल्ले के रहने वाले एक व्यक्ति ने अपनी बेटी के गायब होने की तहरीर वीते 31 दिसंबर 2021 को कोतवाली में दी थी। इस मामले में कोतवाली पुलिस द्वारा नोएडा से लड़की व लड़के को पकड़ कर कोतवाली लाने के बाद लड़की को छोड़ दिया गया तथा चार जनवरी 2022 को सचिन गुप्ता निवासी तिलई खुर्द थाना घोसी जिला मऊ को पाक्सो एक्ट तथा बलात्कार के मुकदमे में जेल भेज दिया। सूत्रों की मानें तो गिरफ्तारी के पूर्व सचिन गुप्ता के पास से तीन बैग कोतवाली के मालखाने में जमा कराया गया था।
उधर 28 जुलाई को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद सचिन गुप्ता 16 अगस्त 2022 को बैग लेने के लिए कोतवाली पहुंचा, तो आफिस के मुंशी द्वारा दो बैग दिया जाता है। जबकि तीसरा बैग मालखाने से गायब था, जो बैग गायब था उसमें एक मोबाइल तथा 15 हजार रुपये थे। अब इसी बैग को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। इस संबंध में अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीड़ित द्वारा मिले प्रार्थना पत्र के आधार पर शहर कोतवाल को मोबाइल का ईएमआई नंबर जांच करने का निर्देश दिया गया, ताकि पता लग सकें कि बैग कहां है।