बलिया। यूपी बोर्ड परीक्षा के दौरान पेपर लीक मामले में जेल भेजे गए अभियुक्त एवं वरिष्ठ पत्रकार दिग्विजय सिंह ने कोर्ट में पेशी के दौरान गुरुवार को कहा कि शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन ने नकल माफियाओं के आगे घुटने टेक दिए हैं। जिले में खुलेआम नकल हो रही है। दो नंबर की कॉपियां जमा की जा रही हैं। पेपर लीक हो रहे हैं और जब यह सच सामने आ रहा है तो जिलाधिकारी ने अपनी गर्दन बचाने के लिए और कलमकारों की कलम रोकने तथा आवाज को दबाने के लिए उन पर मुकदमा दर्ज करने का काम किया है।
इस कृत्य के बाद जिला प्रशासन की पोल खुल गई है। आम जनता को शासन और प्रशासन की मंशा भी समझ में आ गई है। जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग की मिलीभगत से शिक्षा माफिया जिले में खुलेआम नकल करा रहे हैं। नकल का खेल अभी बलिया में रुका नहीं है। कहा कि नकल रोकने के लिए नहीं नकल कराने के लिए कुछ विद्यालयों को प्रतिवर्ष परीक्षा केंद्र बनाया जाता है। जबकि नगरा, भीमपुरा और रसड़ा इलाके में पिछले दो दशक से हर साल पेपर लीक होते हैं। फिर भी उन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया जाता है। इसमें शिक्षा विभाग भी संलिप्त है। अब योगी सरकार की मंशा है कि पर्चा लीक होने और दो नंबर कापी लिखी जाने के बाद भी उसे कोई उजागर करता है या अखबार वाला प्रकाशित करता है, तो ऐसा करने वाले को जेल जाना होगा। उनके जुबान बंद करने के लिए उन पर शासन और प्रशासन का बुलडोजर भी चलाया जाएगा।