डीएम के निर्देश पर अधिकारी रेवतीपुर में पहुंचे, अब बलुआ टोला के लोगों को जलजमाव से मिलेगा निजात*

गाजीपुर। रेवतीपुर गाँव के बलुआ टोला में पिछले एक साल से जलजमाव की गंभीर समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों द्वारा किए गए शिकायत को जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने काफी गंभीरता से लिया है। उनके निर्देश पर डीडीओ सुबाष चंद्र, एसडीएम राजेश प्रसाद चौरसिया के नेतृत्व में गठित टीम बुधवार को मौके पर धमक पडी। डीएम के निर्देश पर पहुंची टीम ने जलजमाव वाले स्थल का घंटों मौका मुआयना किया। साथ ही राजस्व कर्मियों को निर्देशित किया कि चौबीस घंटे के अंदर नापजोख कर हर हाल में इस मुहल्ले से जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारियों की टीम के मौके पर पहुंचने की जानकारी होते ही वहाँ ग्रामीणों की भारी भीड इकठ्ठा हो गई। वहीं पहुंची टीम ने मुहल्ले के हरेक लोगों से इसकी जानकारी ली, जिसकी पूरी रिपोर्ट तैयार पर टीम ने डीएम को प्रेषित कर दिया।बलुआ टोला के ग्रामीणों ने आए टीम के अधिकारियों को बताया कि हालत ऐसे है कि उनका रहना अब मुस्किल हो गया है। बताया कि‌ जलनिकासी वाले विभिन्न जगहों को गाँव के कुछ दबंग किस्म के लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। जिससे उनके घरों का पानी‌ मुहल्ले की प्रमुख गलियों में लगने से झील में तब्दील हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि करीब 250 घरों के 1500 की आबादी इस जलजमाव की‌ समस्या से जूझ रही है। पानी जमा होने एवं उससे निकलने वाले दुर्गंध ने लोगों का जीना दुश्वार कर रखा है। लोगों ने कहा कि अगर इसका निदान जल्द न हुआ तो, मुहल्ले में संक्रामक रोग के फैलने से रोका नहीं जा सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि इसको लेकर पूर्व में कई बार अधिकारियों के यहाँ शिकायत भी किया गया था, मगर मिला तो उन्हें सिर्फ कोरा आश्वासन। जिसका नतीजा कि गलियों में एक से डेढ फीट तक यह पानी पूरे मार्ग पर जमा हो गया है। इस संबंध में डीडीओ सुबाष चंद्र एवं एसडीएम राजेश प्रसाद चौरसिया ने बताया कि जल्द ही इसका निदान कर दिया जाएगा। इस अवसर पर बीडीओ सुरेन्द्र सिंह राणा, थानाध्यक्ष आलोक त्रिपाठी, एई डीआरडीए कृष्ण मुरारी, जेई सुनील कुमार आदि मौजूद रहे।

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