जनमानस में जागरूकता व संपूर्ण इलाज से खत्म होगी टीबी- सीएमओ





विश्व क्षय रोग दिवस पर रोगियों को लिया गया गोद, प्रदान की गई पोषण पोटली, जागरूकता के लिए गोष्ठी आयोजित

बलिया। शासन के निर्देश पर जनपद में विश्व क्षय रोग दिवस मनाया गया। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय सभागार में गोष्ठी का आयोजन किया गया। वर्ष 2025 तक देश से टीबी उन्मूलन का संकल्प भी दोहराया गया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय पति द्विवेदी ने कहा कि टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है। वर्तमान में मेडिकल साइंस ने बहुत तरक्की की है। जनपद में टीबी के मरीजों का बेहतर इलाज सरकारी चिकित्सालयों में किया जा रहा है। लेकिन सबसे खास बात यह है कि मरीज को अपना सम्पूर्ण इलाज कराना होगा। यदि एक भी दिन वह दवा खाने से चूकता है, तो यह नुकसानदेह साबित हो सकता है।

खांसने पर बलगम के साथ खून आना हो सकता है टीबी का लक्षण

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विजय यादव ने कहा कि दो हफ्ते से खांसी और बुखार आना टीबी रोग के प्रमुख लक्षण हैं। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। बताया कि जिन्हें दो हफ्ते से अधिक खांसी आ रही है या खाँसने पर बलगम के साथ खून आ रहा है, तो उन्हें तत्काल जिला टीबी चिकित्सालय में अपने बलगम की जांच करानी चाहिए। उन्होंने बताया कि समय से रोग का पता चल जाने से टीबी को ठीक किया जा सकता है।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने ग्रामीण इलाकों में कार्य कर रही आशा कार्यकर्ताओं की मदद से संभावित टीबी मरीजों को समय से चिकित्सालय पहुंचाने और उनका इलाज कराए जाने की नसीहत दी। डॉट्स प्रोवाइडरों को नसीहत दी गई कि वह मरीजों को किसी के भरोसे न छोड़ें, बल्कि उन्हें अपनी मौजूदगी में दवा लिखवाएं|

क्षय रोगियों को निक्षय पोषण योजना के तहत दी जाती है 500 रुपये की धनराशि

इस दौरान बताया गया कि यदि कोई मरीज किसी वजह से बाहर जाता है तो संबंधित चिकित्सालय से कार्ड लेकर रेफर बनवा लें। जिससे कहीं भी जाने पर उसे दवाएं उपलब्ध हो सके। मरीजों का खानपान अच्छा रखने के लिए उनके खाते में निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपये की धनराशि भी दी जा रही है।
डॉ.विजय यादव ने बताया कि जिले में 2023 से अब तक 7893 टीबी मरीज पंजीकृत हैं। वर्तमान में 3670 मरीज का उपचार चल रहा है। इनमें 129 मल्टी ड्रग रेजिस्टेंट (एमडीआर) के मरीज हैं। एक्स डीआर का कोई भी मरीज नहीं है। जिले में अभी 36 डीएमसी एवं दो सीबी नाट लैब और चार ट्रू नेट लैब हैं।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी की अध्यक्षता में टीबी के 100 मरीज़ों को रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा गोद लिया गया। उन्हें पोषण पोटली प्रदान की गई।

टीबी मरीजों को भी दिया जाए मुफ्त राशन

मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा सरकार से अनुरोध किया गया कि टीबी के सभी मरीजों को सरकार की तरफ से मुफ्त राशन का वितरण किया जाए। जिससे वह जल्द ही स्वस्थ होकर समाज की मुख्य धारा में शामिल हो जाएं।इसके साथ ही उन्होंने रेडक्रॉस सोसाइटी की प्रशंसा करते हुए कहा कि रेड क्रॉस सोसाइटी जनपद में बहुत ही सराहनीय कार्य कर रही है। जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि गोद लिए गए क्षय रोगियों की स्वास्थ्य संबंधी मॉनिटरिंग जैसे-वजन, पोषण, नियमित उपचार और जांच, डीबीटी भुगतान आदि की कार्रवाई समय अनुसार की जाएगी।

ये लोग रहे मौजूद

नेहरू युवा केंद्र के उप निदेशक कपिल देव राम, रेड क्रॉस सोसाइटी के उप सभापति विजय कुमार शर्मा, जिला समन्वयक शैलेंद्र कुमार पाण्डेय, डॉ पंकज ओझा, रणधीर सिंह अनुपम सिंह, गौरव राय, प्रदीप गुप्ता , डीपीएम डॉ आर बी यादव, नितेश पाठक , निर्मला सिंह, उषा कुमारी, डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर आशीष सिंह, डिस्ट्रिक्ट पीपीएम कोऑर्डिनेटर विवेक सिंह एवं एनटीईपी बलिया के समस्त कर्मचारी उपस्थित थे|





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