गाज़ीपुर। नंदगंज जल विद्युत उपकेन्द्र के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को विद्युत कटौती तो याद रहती है। लेकिन आपूर्ति याद नहीं रहती। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर दिन में तेज हवा की वजह से पूर्वाह्न 10 बजे से सायं 5 बजे तक विद्युत कटौती तो याद है। लेकिन रात में कितने घंटे विद्युत आपूर्ति हो रही है। यह याद नहीं रहता। इस समय रात में जमकर विद्युत कटौती हो रही है।
क्षेत्र के बुद्धिजीवियों तथा किसानों का कहना है कि जब दिन मे 10 से पांच बजे अर्थात छह घंटे की विद्युत कटौती हो रही है, तो रात में कटौती नहीं होनी चाहिए। लेकिन अभी भी रात में हो रही है। बाजार तथा ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत खम्भों के बीच के जर्जर तार अक्सर टूटकर गिर रहे है। इन तारों को बदलने की सख्त जरुरत है। इसी कड़ु में इन विद्युत के तारों से पेड़ की पत्तियाँ तथा टहनियाँ भी सटी हुई है, जो हल्की हवा चलने तथा हल्की बारिश होने पर विद्युत लाइन बाधित हो जाती है। उपकेन्द्र के अधिकारी अपने कर्मचारियों से तार से सटे टहनियों तथा पत्तियों को इन मिले मौके में कटवाकर साफ करा दें, तो आपूर्ति फाल्ट में कमी लाई जा सकती है।
मंगलवार को भी कृषि लाइन फीडर का एक तार रेलवे क्रासिंग के पास टूटकर गेहूँ के खेत में गिरा पड़ा। सम्भवतः विद्युत सप्लाई न होने से कोई नुकसान नहीं हुआ। विद्युतकर्मियों द्वारा ठीक करने में लगभग तीन घंटे विद्युत आपूर्ति बाधित रही।