गाजीपुर। रेवतीपुर थाने के नरायनापुर गांव में शनिवार की रात अज्ञात कारणों से आग लग गई। जिसमें नौ घर तबाह हो गए। अग्रिकांड के बाद पीडि़त खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
नरायनापुर गांव में आग सबसे पहले सहंगू यादव के घर लगी। लपटें इतनी तेज थी कि एक-एक कर नौ आशियाने उसकी जद में आ गए। जिससे सैकड़ों बोरे अनाज, सरसों के तेल, भूसा, दो लाख से अधिक नगदी जलकर राख हो गए।0 महंगू यादव की झोपड़ी में रखा गेहूं,जौ तथा हजारों00 रुपये नगदी जलकर राख हो गया। इसी तरह गोपाल यादव की एक झोपडी आग की भेंट चढ़ गई। यहां नगदी सहित घरेलू समान,अनाज,भूषा आदि जल गया। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने किसी तरह आग पर काबू पाया।

घटना उस समय हुई जब देर रात पूरा परिवार खाना खाकर सो रहा था। तभी अचानक महंगू यादव की नींद खुली और देखा कि चारों तरफ आग की लपटें उठ रही हैं। झोपड़ी भी उसकी संपर्क में है। इसके बाद वह शोर मचाने लगा। उसकी आवाज सुनकर सभी लोग जग गए। इसके बाद घंटों आग बुझाने की कोशिश जारी रही। लेकिन आग की लपटें इतनी तेज थी कि सारा मेहनत पर पानी फिर गया। इसी बीच किसी ने अग्रिशमन विभाग को घटना की सूचना दी। मौके पर दमकल के साथ पहुंचे फायर कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस बीच आग लगने की वजह से अग्रि पीडि़तों का परिवार अब खुले आसमान के नीचे आ गया है। घर में रखा सारा सामान राख हो चुका है। लोगों के दो वक्त का भोजन एवं पशुओं का चारा जुटाना मुश्किल है। मौके पर पहुंचे जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि विनोद गुप्ता ने फिलहाल अग्रि पीडि़तों की आर्थिक सहायता की है। लोगों को खाने के लिए अनाज उपलब्ध कराया है।