पच्चीस जोड़ों का किया गया सत्यापन, आठ मिले फर्जी
जांच में ज्यादातर दुल्हनों की पहले ही चुकी है शादी
फर्जीवाड़ा में एडीओ किए गए निलंबित
बलिया। जनपद के मनियर ब्लॉक में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना बीते दिनों संपन्न हुआ। इसमें फर्जीवाड़ा का सच सामने आया है। इसे लेकर जिला प्रशासन एक्शनमोड में है। मामले में पहला मुकदमा मंगलवार की शाम जिला समाज कल्याण अधिकारी ने मनियर थाने में एडीओ (समाज कल्याण) के अलावा आठ दुल्हनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया। इतना ही नहीं, डीएम रवीन्द्र कुमार ने एडीओ सुनील कुमार यादव के निलंबन की भी सिफारिश कर दी है। इससे इतर प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी राजीव कुमार यादव को भी हटा दिया गया है। उनकी जगह जिला समाज कल्याण अधिकारी के रुप में जिला दिव्यांग जन कल्याण अधिकारी दीपक श्रीवास्तव को कार्यभार सौंपा गया है। जांच कमेटी ने अभी मात्र 25 लाभार्थियों का सत्यापन किया। जिसमें आठ लोग फर्जी मिले हैं। ज्यादातर दुल्हनों की पहले ही शादी हो चुकी है।
बता दें कि मनियर इंटर कॉलेज में 25 जनवरी को आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में 568 जोड़ों का विवाह कराने का दावा प्रशासन द्वारा किया गया था। इसी बीच एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें 90 प्रतिशत शादी फर्जी होने की बात कही गई। वीडियो वायरल होने के बाद सीडीओ ओजस्वी राज ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया। जांच अधिकारियों ने मनियर ब्लॉक की दो ग्राम पंचायतों के करीब 25 लाभार्थियों का सत्यापन किया। जिनमें आठ महिला लाभार्थी (दुल्हनें) फर्जी मिलीं। इनमें सुल्तानपुर गांव की पांच व मानिकपुर गांव की तीन महिलाएं शामिल हैं। मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपक श्रीवास्तव ने तहरीर देकर मनियर ब्लॉक के एडीओ (समाज कल्याण) सुनील कुमार यादव व आठ फर्जी महिला लाभार्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। वहीं, डीएम रवींद्र कुमार ने कहा है कि जांच में अनियमितता सामने आती है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
इसके साथ ही मुख्य विकास अधिकारी ने एडीओ (समाज कल्याण) सुनील कुमार यादव के निलंबन की संस्तुति कर दी गई है।